क्या कहते हो ! क्या जाना औ क्या देखा.
हम ने ही तो सब कुछ देखा .
जलवों ने तो बस क्या देखा .
जो कुछ देखा हमने देखा .
जापान में चाय गठखते .
ड्रम पीटते मोदी देखे .
रेस कोर्स में उनको देखा .
राहुल को ललचाते देखा .
मूंछों वाले भगवत देखे.
मुंडे मूंछ अरुण भी देखे .
सोनिया को संजीदा देखा .
सूजे मुंह सुषमा को देखा.
बच्चों पर मुलायम देखे .
बच्चिओं पर वो भारी देखे.
अम्मा दीदी भड़के भड़के .
जन जन हैं माया के वश ,
किन किन को
चिल्लाते देखा .
गन्दी बहती गंगा देखी .
सूखी सूखी यमुना देखी.
परबत थे गंजे गंजे, बरखा ढाये क़यामत
गोया.
भक्तों को दुखियारा देखा .
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